आध्यात्मिक होना… मतलब?
चाहे आप किसी भी धर्म में आस्था रखते हों, हम में से ज्यादातर इस बात पर तो यकीन रखते ही हैं की हमारे चारों और कोई अदृश्य शक्ति तो हैं। कभी शाश्वत सत्य की खोज, कभी ग्रह-नक्षत्रों की गणना, कभी आत्मा की यात्रा की खोज, कभी अनेकानेक अनुत्तरित आध्यात्मिक चमत्कारिक घटनाओं का मंथन कर के…
जन्म मुहूर्त निर्धारण – सफल जीवन की गारण्टी या कार्मिक दखलंदाज़ी?
जन्म के समय ग्रह-नक्षत्र तय करते है कैसा होगा भाग्य तो क्यों न ग्रह-नक्षत्रों को हम तय कर लें। जब होंगे ग्रह-नक्षत्र अनुकूल तभी हो हमारे बच्चे का जन्म तो जीवन के सुखमय होने की गारण्टी मिल जाए। कुछ ऐसी ही भावना, ऐसी ही कामना लिए माता-पिता जा पहुँचते हैं ज्योतिषी के पास, जानने को…
क्योंकि हर ग्रह कुछ कहता हैं…
पृथ्वी से लाखों करोड़ो मील दूर स्थित ग्रह मेरे जीवन को प्रभावित कर रहे हैं ! कैसे? मैं कितनी भी कड़ी मेहनत करूँ ! मैं अपने कार्य में कितना भी कुशल क्यों न हूँ ! ग्रह निर्धारित करेंगे कि मुझे सफल होना हैं या असफल ??? मेरे रोग ग्रहों की वजह से हैं ! मेरे संबंधों…
नियति अटल है पर भाग्य रचयिता है हम !
परिस्थितियां अटल है और फिर भी भाग्य रचयिता मैं हूँ ! कैसे? आइये इसे एक साधारण समीकरण से समझते हैं। भाग्य = नियति + वर्तमान कर्म ‘नियति’ यानि वे परिस्थितियां जो हमारे सामने हमारी इच्छा अनिच्छा के बिना आती हैं। ‘वर्तमान कर्म’ यानि उन परिस्थितियों के आने पर जो “जो हम करते हैं, कहते हैं…
एक यात्रा – अंश से अनंत तक !
हमें मृत्यु से डर लगता हैं क्यों कि हम नहीं जानते कि मृत्यु के बाद क्या होता हैं। धरती पर हमारा जीवन वास्तव में गुरुकुल में शिक्षा पूर्ण करने जैसा है जो पूर्ण करके हमें ‘अपने घर’ जाना हैं। जी हाँ हमारे अपने घर। इस दुनियाँ से अलग एक और दुनियां भी हैं…रूहानी दुनियां, जिसे…