एक यात्रा – अंश से अनंत तक !

हमें मृत्यु से डर लगता हैं क्यों कि हम नहीं जानते कि मृत्यु के बाद क्या होता हैं। धरती पर हमारा जीवन वास्तव में गुरुकुल में शिक्षा पूर्ण करने जैसा है जो पूर्ण करके हमें ‘अपने घर’ जाना हैं। जी हाँ हमारे अपने घर। इस दुनियाँ से अलग एक और दुनियां भी हैं…रूहानी दुनियां, जिसे…

By डॉ. गुँजारिका राँका March 16, 2017 0

मैं कौन हूँ – एक मुलाकात स्वयं से…!

अगर आपसे कहा जाये की अपना परिचय दीजिये तो क्या कहेंगे आप? आपका जवाब कुछ ऐसा होगा,” मै एक डॉक्टर हूँ ” या “मै एक इंजीनियर हूँ” या “शिक्षक हूँ” या वकील हूँ, आदि। तो क्या यह आपका वास्तविक परिचय हैं? आप जन्म से ही तो डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक या वकील नहीं थे। ये आपका…

By डॉ. गुँजारिका राँका February 16, 2017 1

मेरे साथ ही क्यों ?

मेरे जीवन में इतनी मुश्किलें क्यों है?  लोग मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों करते है? मेरा स्वभाव ऐसा क्यों है? मेरा जीवन क्या ऐसा ही रहेगा? जो भी मेरे साथ होता है वो मेरा भाग्य तय करता है. पर फिर, मेरा भाग्य कौन तय करता हैं? मेरा भाग्य ऐसा ही क्यों है? किसने लिखा है मेरे भाग्य को ? इस प्रश्न के…

By डॉ. गुँजारिका राँका January 13, 2017 0